THE TRUTH ABOUT THE WORLD OF EDUCATION IN ANOTHER DRONACHARYA PLAY

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नाटककार ने एक और द्रोणाचार्य इस नाटक में शिक्षा व्यवस्था की विसंगतियों और विडंबनाओ को लेकर लिखा है। प्रस्तुत नाटक वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में राजनीति , शिक्षा व्यवस्था का व्यवसायीकारण ,शिक्षा व्यवस्था की समस्या, सत्ता की दास्तान आदि का रहस्योद्घाटन à¤•िया है। इस नाटक में दिखाया गया है कि , कैसे सत्ता और व्यवस्था के दबाव में एक आदर्शवादी शिक्षक अपनी सिद्धांतों के आगे समझौता करने को मजबूर हो जाते है। जिससे शिक्षक à¤¸à¥à¤µà¤¯à¤‚ की नैतिक मूल्यों और आदर्शों से संघर्ष करते है ।नाटक शिक्षा जगत की समस्याओं को छूते हुए दर्शकों को विचार करने पर मजबूर करता है कि,किस प्रकार शिक्षा व्यवस्था में राजनीति और स्वार्थ ने स्थान पा लिया है। जैसे बुद्धिजीवी वर्ग भी अपनी पहचान खो देते है अर्थात यह नाटक शिक्षा व्यवस्था पर प्रहार करते हुए वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार, à¤…व्यवस्था और व्यवसायीकरण को उजागर करता है । साथ ही नैतिकता का पतन, और द्रोणाचार्य का आधुनिक संदर्भ हमारे सामने रखता है । आज व्यवस्था के द्वारा किस प्रकार आधुनिक द्रोणाचार्य की दुर्दशा हुई है ,उसकी और भी संकेत किया है ।


[P.M. Bhumre (2025); THE TRUTH ABOUT THE WORLD OF EDUCATION IN ANOTHER DRONACHARYA PLAY Int. J. of Adv. Res. (Sep). 1506-1509] (ISSN 2320-5407). www.journalijar.com


Dr.P.M.Bhumare
SRTMU,Nanded
India